झूठी-मुटी, झूठी-मुटी, झूठी-मुटी,.........
दिया बुझाए
जिया जलाए
धुल उडाए
साझ को
झूठी-मुटी, झूठी-मुटी, झूठी-मुटी,.........
बाते बनाए
मुझको रिझाए
शम्मा दिखाए
चाँद को
झूठी-मुटी, झूठी-मुटी, झूठी-मुटी,.........
धुरी पे चुन्नी कि झुला डाले
उन्घी लगाए झूले मे
बाली बजाए
सूरत सजाए
आइना …